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Monday, January 12, 2015

Yun Toh Guzar Raha Hai-Lyrics & Translation_Ghazal_Jagjit Singh

Lyrics

Yun Toh Guzar Raha Hai, Har Ik Pal Khushi Ke Saath 
Phir Bhi Koyi Kami Si Hai, Kyun Jindagi Ke Saath 

Rishte Wafaayein Dosti Sab Kuchh Toh Paas Hai 
Kya Baat Hai Pata Nahi Dil Kyun Udaas Hai 
Har Lamha Hai Hasin, Nayi Dilkashi Ke Saath 

Chaahat Bhi Hai Sukun Bhi Hai, Dilbari Bhi Hai 
Aankhon Mein Khwaab Bhi Hai, Labon Par Hansin Bhi Hai 
Dil Ko Nahi Hai Koyi Shikaayat Kisi Ke Saath 

Socha Tha Jaisa Waisa Hi Jivan Toh Hai Magar 
Abb Aur Kis Talaash Mein Bechain Hai Nazar 
Kudrat Toh Meherbaan Dariyadili Ke Saath 

यूं तो गुज़र रहा है, हर इक पल खुशी के साथ। 
फिर भी कोई कमी सी है, क्यों ज़िंदगी के साथ।। 

रिश्ते वफाये दोस्ती, सब कुछ तो पास है, 
क्या बात है पता नही, दिल क्यों उदास है, 
हर लम्हा है हसीन, नई दिलकशी के साथ, 
चाहत भी है सुकून भी है दिल्बरी भी है, 
आखों में खवाब भी है, लबो पर हसी भी है। 
दिल को नही है कोई, शिकायत किसी के साथ।। 

सोचा था जैसा वैसा ही जीवन तो है मगर, 
अब और किस तलाश में बैचैन है नज़र। 
कुदरत तो मेहरबान है, दरयादिली के साथ।। 

Lyrics-Nida Fazli 
Music-Jagjit Singh 
Singer-Jagjit Singh. 

Translation

As such every moment is passing by with happiness by my side. 
Yet why I feel there is something deficient in life side by side. 

Relations, loyalty, friendship, with all I am glad. 
Yet what is the matter why my heart is feeling sad. 
Every moment is wonderful with fresh desires by my side. 

Desires I have, satisfaction too I have, longings too I have. 
Dreams in eyes I have, smiles on lips I have. 
My heart doesn't complain about anyone who is by my side. 

This is what life is all about was my guess. 
But now for someone restlessly searches my eyes. 
The almighty is all merciful by my side. 

© Translation in English by Deepankar Choudhury.

Translation

এমনিতে বেশ চলছিল প্রতিমুহূর্ত আনন্দেতে। 
তবুও কিছুর অভাববোধ হচ্ছিল জীবনেতে।। 

আত্মীয়তা, বিশবাসজগ্যতা, বন্ধুত্ব, সবই আছে আমার সাথে 
কি ব্যাপার জানিনা কেন মন ভারি মনে হচ্ছে মনেতে।। 
প্রত্যেক মুহূর্ত সুন্দর হয়ে উঠছে নতুন আগ্রহতে।। 

ইচ্ছা ও রয়েছে, তৃপ্তি ও রয়েছে, প্রবৃতি ও রয়েছে 
চোখেতে স্বপ্নও রয়েছে, ঠোঁটে হাঁসিও রয়েছে 
আজকে কোনও অভিযোগ নেই কারুর প্রতি মনেতে।। 

ভেবেছিলাম এম্নি-অমনিই বোধায় জীবন। 
তবুও দৃষ্টি কাউকে অস্থির হয়ে খুঁজে বেড়ায়ে কেন 
ঠাকুর নিশ্চয়ই সহায় থাকবেন আশীর্বাদেতে।। 

© Translation in Bengali by Deepankar Choudhury.

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