Lyrics
Beeti Baatein Dohraneki Aadat Si Ho Gayi Hai,
Chalte Chalte Ruk Jaane Ki Aadat Si Ho Gayi Hai
Hum Ko Ye Bhi Yaad Nahi, Kya Khoya Hai Kya Paaya Hai,
Logon Se Dhoka Khhane Ki Aadat Si Ho Gayi Hai
Jab Dil Par Koyi Zakhm Laga, Khaamosh Rahe Yaa Hasne Lage,
Hum Ko Aansoon Pee Jaane Ki Aadat Si Ho Gayi Hai
Apni Tho Ye Aadat Hai, Chup Rahte Hai, Yaa Sach Kehte Hai
Shaayad Isi Liyee Duniya Wale Humse Hamesha Khafa Rahte Hai
बीती बातें दोहराने की आदत सी हो गयी है,
चलते चलते रुक जाने की आदत सी हो गयी है
हम को ये भी याद नही, क्या खोया है क्या पाया है,
लोगों से धोका खाने की आदत सी हो गयी है
जब दिल पर कोई ज़ख़्म लगा, खामोश रहे या हंसने लगे,
हम को आँसू पी जाने की आदत सी हो गयी है
अपनी तो ये आदत है, चुप रहते है, या सच कहते है
शायद इसीलिए दुनिया वाले हमसे हमेशा खफा रहते है
Translation
To recall days bygone is now a practice.
To pause while moving is now a practice.
I do not even remember what I lost and what I gained!
To be cheated by people is now a practice.
When a wound is inflicted on my heart, I either kept quiet or I smiled!
To sip my own tears is now a practice.
It is my style to keep quiet or to utter truth!
Maybe it is for this with me are displeased all men of societies.
© Translation in English by Deepankar Choudhury.
Translation
পুরনো কথা বার বার মনে করার অভ্যাস মতন হয়ে গেছে।
চলতে চলতে থেমে যাওয়ার অভ্যাস মতন হয়ে গেছে।।
আমার এও মনে নেই, কি হারালাম কি পেলাম!
লোকেদের থেকে প্রতারিত হওয়ার অভ্যাস মতন হয়ে গেছে।।
যখনি মনে কোনও আঘাত লেগেছে, চুপ থেকেছি অথবা হেঁসেছি!
আমার অশ্রু পান করার অভ্যাস মতন হয়ে গেছে।।
আমার প্রকৃতি হলো যে চুপ থাকি অথবা সত্য কই।
বোধায়ে এই জন্য দুনিয়ার মানুষ আমার প্রতি একটু অসন্তুষ্ট হয়ে আছে।।
© Translation in Bengali by Deepankar Choudhury.
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